बर नदी छठ घाट पर पहली बार गंगा आरती चर्चा का विषय बना

बर नदी छठ घाट पर पहली बार गंगा आरती चर्चा का विषय बना


विकास कुमार
मेराल । छठ पूजा के अवसर पर मेराल नदी छठ घाट के पास सरस्वती नदी के तट पर भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया। बर नदी छठ घाट पूजा समिति के लोगों ने छठ पूजा के आयोजन के साथ-साथ मेराल में पहली बार वाराणसी तथा हरिद्वार के तर्ज पर मेराल में गंगा आरती का आयोजन किया जिसमें सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष तथा बच्चे शामिल हुए। सोमवार के शाम करीब 6:30 बजे आचार्य किशोर मिश्र तथा मृत्युंजय शर्मा के वैदिक मंत्रोचार के साथ आरती प्रारंभ हुई। ब्रजेश कुमार मिश्र तथा संजय भगत के देखरेख में आयोजित इस महा आरती में सैकड़ो की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच जैसे ही “जै गंगे माता”गंगा मैया में जब तक यह पानी रहे, तथा शिव तांडव स्तोत्र, बजा लोग मंत्र मुक्त होकर ताली बजाते हुए भक्ति भावना के सागर में डुबकी लगाने लगे। मेराल पहली बार आयोजित गंगा आरती को देखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ आसपास गांव से बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए थे।

यह आयोजन इस क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। राहुल मल्होत्रा अर्पित मल्होत्रा सत्यम मल्होत्रा गया से आए बालक श्रेयांश मल्होत्रा के साथ अजय कुमार मिश्र मृत्युंजय पांडे ने यजमान के रूप में आरती की। संजय भगत द्वारा संचालित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रखंड प्रमुख दीपमाला कुमारी, जिला परिषद सदस्य रोशन प्रवीण, डॉ अनिल शाह, विधायक प्रतिनिधि डॉ लालमोहन, मुखिया रामसागर महतो, मुन्ना राम, सूर्य प्रकाश, अजय प्रसाद गुप्ता, दशरथ प्रसाद, विनोद प्रसाद उर्फ लाला जी, सुषमा कुशवाहा, वीरेंद्र प्रसाद करीब अंसारी अतहर अंसारी, जहुर रंगसाज, महेंद्र प्रसाद इत्यादि मौजूद थे। आयोजन को सफल बनाने में बर नदी छठ घाट पूजा समिति के अध्यक्ष संजीव जायसवाल उपाध्यक्ष, अशोक गुप्ता तथा सत्यम मल्होत्रा, सचिव सतीश गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुधांशु कुमार तथा शशि कांत यादव, संरक्षक नवीन जायसवाल, पंकज अशोक राम, संदीप कुमार, मुन्ना जयसवाल, अनुज कुमार, सुभाष गुप्ता, अशोक राम, अनिल कुशवाहा, सुजीत पटवा, अशोक मेहता, अजय ठाकुर आदि लोगों ने सक्रिय भूमिका निभाई।




