मेराल प्रखंड के सात पंचायतों के किसान परेशान, धान अधिप्राप्ति केन्द्र की किया मांग

विकास कुमार
मेराल। प्रखंड के विधायक प्रतिनिधि डॉ. लालमोहन ने गढ़वा उपायुक्त दिनेश कुमार यादव को पत्र लिखकर अरंगी पैक्स में धान अधिप्राप्ति को लेकर गंभीर अनियमितताओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि अरंगी पैक्स के माध्यम से प्रखंड की सात पंचायतें — अरंगी, मेराल पूर्वी, मेराल पश्चिमी, संगबरिया, लोवादाग, पढ़ुआ एवं तेनार — के किसानों के लिए धान अधिप्राप्ति केंद्र निर्धारित किया गया है।

डॉ. लालमोहन ने बताया कि उक्त धान क्रय केंद्र का संचालन पैक्स अध्यक्ष द्वारा नियमों के विरुद्ध अपने निजी गांव पिंडरा में किया जा रहा है। इस केंद्र की शुरुआत की कोई आधिकारिक सूचना मेराल प्रखंड के किसी भी जनप्रतिनिधि को नहीं दी गई। बाद में जानकारी मिली कि अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा की गई जांच में केंद्र पर अनियमितता पाई गई है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि धान बिक्री को लेकर किसानों की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं। सात पंचायतों में अंतिम पंचायत की दूरी लगभग 20 किलोमीटर होने के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नियमानुसार एक केंद्र पर 1000 क्विंटल धान की खरीद के बाद ही उठाव कर अगले किसानों से खरीद की जानी है, लेकिन व्यवहार में इसका पालन नहीं किया जा रहा है।
डॉ. लालमोहन ने यह भी बताया कि तेनार और पढ़ुआ पंचायतों में पहले से ही पैक्स गोदाम तैयार हैं, इसके बावजूद वहां धान अधिप्राप्ति शुरू नहीं की गई है। पूर्व में किसानों को यह जानकारी दी गई थी कि प्रखंड मुख्यालय में धान क्रय किया जाएगा, लेकिन अब तक केंद्र चालू नहीं होने से किसान अपने धान के साथ इंतजार करने को मजबूर हैं।
जिला सहकारिता पदाधिकारी नीलम कुमारी
इस संबंध में पूछे जाने पर जिला सहकारिता पदाधिकारी नीलम कुमारी ने कहा कि पंचायत भवन में बनाए गए गोदाम के बावजूद पैक्स अध्यक्ष द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अरंगी पैक्स अध्यक्ष के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, प्रभावित पंचायतों के किसानों का धान कब से और कहां खरीदा जाएगा, इस संबंध में उन्होंने कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी।
धान अधिप्राप्ति केंद्र शुरू नहीं होने से प्रखंड मुख्यालय सहित सात पंचायतों के किसानों में भारी असंतोष व्याप्त है और वे शीघ्र समाधान की मांग कर रहे हैं।


